कंप्यूटर क्या है | What Is Computer 2023

कंप्यूटर क्या है। What Is Computer 2023

दोस्तो आज हम जानेंगे की कंप्यूटर क्या है। What Is Computer 2023 और उसके बारे मैं सारी जानकारी आज हम आपको देंगे। क्योंकि कंप्यूटर आधुनिक जगत का एक महत्वपूर्ण औजार है जो हमारे जीवन के कई क्षेत्रों में आवश्यक हो गया है। आजकल, हर जगह हम कंप्यूटरों का उपयोग देख सकते हैं – स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों, व्यापारी, सरकारी दफ्तरों, बैंकों, अस्पतालों और अन्य अनेक स्थानों पर। इसलिए, आपको इसके बारे में जानना बहुत महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम कंप्यूटर के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, इतिहास, उपयोग, प्रकार, लाभ और नुकसान आदि के साथ-साथ कंप्यूटर के विकास की भी चर्चा करेंगे।

Table of Contents

कंप्यूटर क्या है
कंप्यूटर क्या है

कंप्यूटर का इतिहास

कंप्यूटर क्या है कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है ?

COMPUTER (कंप्यूटर) ka full form: Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research (कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च)

कंप्यूटर की शुरुआत कैसे हुई ?

कंप्यूटर का विकास व्यापक और रोचक है। कंप्यूटर की शुरुआत लगभग 20वीं सदी के आखिरी दशक में हुई। उस समय, कंप्यूटर एक विशेषज्ञों की टीम द्वारा निर्मित और उपयोग किया जाता था। ये कंप्यूटर मुख्यतः अधिक मात्रा में बड़ी संख्याओं की गणना करने के लिए इस्तेमाल होते थे।

कंप्यूटर का विकास कैसे हुआ ?

  • कंप्यूटर का विकास चरम सुंदर है। पहले कंप्यूटर वैक्यूम ट्यूब के आधार पर बने हुए थे, जो कि आवश्यकता पूर्ण थे, लेकिन इसके बाद ट्रांजिस्टर के आविष्कार ने कंप्यूटर को आधुनिकीकृत कर दिया।
  • ट्रांजिस्टर्स से बदलकर, हम वर्तमान में इंटीग्रेटेड सर्किट (IC) और माइक्रोप्रोसेसर तक पहुंच गए हैं। आजकल, सबसे छोटे कंप्यूटर चिप्स बहुत ही अद्वितीय हैं और एक चिप पर लाखों गेट इंटीग्रेट हो सकते हैं।

कंप्यूटर का आविष्कार किसने और कब किया था ?

  • कंप्यूटर का आविष्कार Charles Babbage ने किया था। इन्हें कंप्यूटर का जनक कहा जाता है। 1822 में Charles Babbage नें “डिफरेंशिअल इंजन” नाम के मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया था। इसके बाद 1938 में United States Navy ने इलेक्ट्रो मैकेनिकल कंप्यूटर बनाया था।
  • कंप्यूटर विज्ञान के उद्भव से पहले, यदि हम एक पिता की बात करें जिसने कंप्यूटर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, तो उनमें से एक महान वैज्ञानिक और इंजीनियर चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) हैं।
  • चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर के पिता के रूप में जाना जाता है क्योंकि उन्होंने एक ऐसी मशीन का निर्माण किया था जिसने कंप्यूटर के विकास की बुनियाद रखी।

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चार्ल्स बैबेज का जन्म कब हुआ?

  • चार्ल्स बैबेज का जन्म 26 दिसंबर, 1791 में लंडन, इंग्लैंड में हुआ था। उन्होंने शिक्षा में बड़ी मात्रा में रुचि दिखाई और गणित और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में उच्च शिक्षा प्राप्त की।
  • उनकी विशेष रुचि गणित और लघुक्रिया मशीनों में थी, और उन्हें लघुक्रिया मशीनों के विकास पर अधिक मान्यता थी।

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पहला कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था ?

सबसे पहला Mechanical Computer को सन 1822में Charles Babbage द्वारा आविष्कार किया गया था, लेकिन ये अभी के computer जैसा बिलकुल भी नहीं दिखता था.

वहीँ सन 1837 में, Charles Babbage ने पहला general mechanical computer, propose किया जिसका नाम रखा Analytical Engine.

पहला कंप्यूटर कहाँ बना था ?

अमेरिकी अटानासोफ़-बेरी कम्प्यूटर (ABC) (1941 की गर्मियों में कार्य करता दिखाया गया) पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटिंग उपकरण था। यह निर्वात ट्यूबों के साथ द्विआधारी गणना को लागू करता था लेकिन यह आम उद्देश्य नहीं था और यह रेखीय समीकरण को हल करने तक ही सिमित था।

कंप्यूटर का पहला नाम क्या था ?

ENIAC , जॉन मौचली और जे. प्रेस्पर एकर्ट द्वारा डिजाइन किया गया था, जो 167 वर्ग मीटर में फैला हुआ था, इसका वजन 30 टन था, इसमें 150 किलोवाट बिजली की खपत होती थी

और इसमें लगभग 20,000 वैक्यूम ट्यूब होते थे। ENIAC को जल्द ही अन्य कंप्यूटरों ने पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मेमोरी में अपने प्रोग्राम संग्रहीत किए।

विश्व का पहला सुपर कंप्यूटर का नाम क्या है ?

पहला सुपर कंप्यूटर इल्लीआक 4 है, जिसने 1975 में काम करना आरंभ किया। इसे डेनियल स्लोटनिक ने विकसित किया था। यह अकेले ही एक बार में 64 कंप्यूटरों का काम कर सकता था। इसकी मुख्य मेमोरी में 80 लाख शब्द आ सकते थे और यह 8, 32, 64 बाइट्‌स के तरीकों से अंकगणित क्रियाएं कर सकता था।

चार्ल्स बैबेज की मशीन, जिसे उन्होंने ‘एनालिटिकल इंजन’ के नाम से जाना जाता है, एक मैकेनिकल गणना मशीन थी जो कि प्रोग्राम करने की क्षमता रखती थी। यह मशीन संख्यात्मक गणनाओं को करने में सक्षम थी और प्रोग्राम करने के लिए लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कार्ड्स का उपयोग करती थी। यह मशीन स्वचालित रूप से गणना करती थी और उस दौर के कंप्यूटर के सिस्टमों की आधार बनी।

चार्ल्स बैबेज का प्रभाव

चार्ल्स बैबेज को आदर्श रूप में कंप्यूटर के पिता के रूप में मान्यता दी जाती है क्योंकि उन्होंने एक मशीन के विकास में नई और अद्वितीय विचारों को प्रस्तुत किया था। उन्होंने एक सिस्टम बनाया जो अभिप्रेत कंप्यूटर के सिस्टम के समान था।

उनके कार्य ने भविष्य में आने वाले कंप्यूटरों के विकास के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया और उन्होंने वास्तविकता में यह साबित कर दिया कि यदि ऐसी मशीनें बनाई जाएं तो वे इतनी कार्यक्षमता के साथ गणना कर सकती हैं जो मानव संभवतः कभी नहीं कर सकता है।

चार्ल्स बैबेज के कार्य को व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त हुई और उन्हें कंप्यूटर विज्ञान के उद्भव का शीर्ष गुणवत्ता योगदानकर्ता माना जाता है। उनकी विचारधारा, नवाचारों और मशीन के विकास की प्रेरणा ने दुनिया में एक नया युग खोल दिया और कंप्यूटर को आधुनिक विज्ञान का मुख्य स्तंभ बनाया।

चार्ल्स बैबेज की मशीन ने कंप्यूटर विज्ञान के उद्भव के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया है और उनकी महत्वपूर्ण योगदान के कारण ही उन्हें “कंप्यूटर के पिता” के रूप में जाना जाता है।

कंप्यूटर का उपयोग किन क्षेत्रों में होता है ?

कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है। इसका प्रमुख उपयोग शब्द प्रसंस्करण, गणित, वेब सर्वर, इंटरनेट और विज्ञान में किया जाता है। कंप्यूटर एक जानकारी संग्रहण और प्रसंस्करण करने का उपकरण है जिससे हम अपने कार्य को अधिक सुविधाजनक और तेजी से कर सकते हैं।

कंप्यूटर की भाषा क्या है ?

मशीनी भाषा (machine language) कंप्यूटर की आधारभुत भाषा है, यह केवल 0 और 1 दो अंको के प्रयोग से निर्मित शृंखला से लिखी जाती है। यह एकमात्र कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा है जो कि कंप्यूटर द्वारा सीधे-सीधे समझी जाती है। इसे किसी अनुवादक प्रोग्राम का प्रयोग नही करना होता है। इसे कंप्यूटर का मशीनी संकेत भी कहा जाता है।

कंप्यूटर किन क्षेत्रों मे काम आता है ?

आजकल, कंप्यूटरों का उपयोग व्यापार, निर्माण, दूरसंचार, विज्ञान, मनोरंजन, आपूर्ति श्रृंखला, औषधीय उत्पादों का निर्माण, बैंकिंग, मेडिकल और अन्य क्षेत्रों में किया जाता है। इंटरनेट के आगमन के साथ, कंप्यूटर आपसी संचार, खरीदारी, बैंकिंग, ईमेल, सोशल मीडिया, ऑनलाइन शिक्षा आदि में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कंप्यूटर के प्रकार कितने होते हैं ?

कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं और इनमें से कुछ प्रमुख हैं – माइक्रोकंप्यूटर, मिनीकंप्यूटर, मेनफ्रेम कंप्यूटर और सुपरकंप्यूटर। माइक्रोकंप्यूटर आमतौर पर व्यक्तिगत उपयोग के लिए होते हैं, जहां कि सुपरकंप्यूटर अत्यधिक गति और क्षमता के साथ विशेष उपयोग के लिए बनाए जाते हैं।

लाभ और नुकसान

कंप्यूटर का उपयोग हमारे जीवन को कई तरीकों से सुविधाजनक बनाता है, लेकिन इसके साथ ही कुछ नकारात्मक पहलुओं का भी ध्यान रखना आवश्यक है। कंप्यूटर से हम अधिकतम प्रोफ़ाइलिंग, डेटा चोरी, साइबर अपराध, सोशल मीडिया की आवश्यकता, नकली समाचार आदि का सामना कर सकते हैं। साथ ही, कंप्यूटर त्रुटियों, वायरस और मालवेयर के खतरों से भी प्रभावित हो सकते हैं।

कंप्यूटर का भविष्य

कंप्यूटर का भविष्य बहुत ही रोचक है। तकनीकी उन्नति के साथ, कंप्यूटर भी अपने कार्यक्षमता, गति और संचार में सुधार कर रहे हैं। वायरलेस टेक्नोलॉजी, क्वांटम कंप्यूटिंग, एंटरप्राइज कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन, एंबेडेड सिस्टम, एआई, बिग डेटा आदि क्षेत्रों में उन्नति हो रही है। इससे हमारे जीवन में और भी अद्वितीय सुविधाएं आने की संभावना है।

FAQs :

भारत में कंप्यूटर कौन लाया था ?

Dwijish Dutta द्वारा कोलकाता में स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान के अन्दर भारत का सबसे पहला कंप्यूटर लाया गया था जो की एक एनालोंग कंप्यूटर था इसके बाद दूसरा computer कर्नाटक राज्य के बेंगलूर सिटी में स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान में लगाया गया था।

भारत में कंप्यूटर की शुरुआत कब हुई ?

भारत में कंप्यूटर युग की शुरुआत सन 1952 में भारतीय सांख्यिकी संस्थान कोलकाता से हुई थी। सन 1952 में आई एस आई में एक एनालोंग कंप्यूटर की स्थापना की गई थी जो भारत का प्रथम कंप्यूटर था।

भारत में पहला कंप्यूटर किसने बनाया था ?

इसे पूर्व प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा TIFRAC (टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च ऑटोमैटिक कैलकुलेटर) नाम दिया गया था। 21 जनवरी 1969 को, भारत में निर्मित पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर विक्रम साराभाई द्वारा भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में कमीशन किया गया था।

सिद्धार्थ कंप्यूटर कौन सा है ?

सिद्धार्थ भारत में विकसित पहला कंप्यूटर था। यह ‘इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया’ द्वारा निर्मित किया गया था। इसे 16 अगस्त 1986 को बैंगलोर के मुख्य डाकघर में स्थापित किया गया था। भारत में विकसित पहला सुपर कंप्यूटर परम था।

कंप्यूटर दिवस कब मनाया जाता है ?

कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2 दिसंबर को मनाया जाता है? हर साल 2 दिसंबर को दुनिया भर में विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस मनाया जाता है। कंप्यूटर प्रोग्राम को समझना और कंप्यूटर कैसे कार्य करता है , इसे कंप्यूटर साक्षरता कहा जाता है।

कंप्यूटर का दूसरा नाम क्या है ?

कंप्यूटर (अन्य हिन्दी नाम – अभिकलित्र, संगणक, अभिकलक, परिकलकवस्तुतः एक अभिकलक यंत्र (programmable machine) है जो दिये गये गणितीय तथा तार्किक संक्रियाओं को क्रम से स्वचालित रूप से करने में सक्षम है।

कंप्यूटर के पिता और माता कौन है ?

चार्ल्स बैबेज : “कम्प्यूटिंग के जनक” अंग्रेजी गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज (1791-1871) के गणना इंजन कंप्यूटिंग के प्रागितिहास में सबसे प्रसिद्ध प्रतीकों में से एक हैं। सारांश: एडा लवलेस को कंप्यूटर की माँ के रूप में जाना जाता था।

सारांश (Conclusion) :

तो दोस्तो कंप्यूटर एक अद्वितीय औजार है, जो हमारे जीवन को आसान और तेज तो बनाता है। और इसके विकास और तकनीकी उन्नति से हमें और भी बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। हालांकि, हमें कंप्यूटर के उपयोग के साथ जिम्मेदारीपूर्ण रूप से उपयोग करना चाहिए और साइबर सुरक्षा को महत्व देना चाहिए। कंप्यूटर का उपयोग अच्छे तरीके से किया जाए तो यह हमारे लिए अनमोल उपकरण साबित हो सकता है।

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यहां तक पढ़ने के लिए धन्यवाद !!!

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